मोर मध्यम आकार के पंछी होते हैं,जो तीतर से बहुत मिलते-जुलते हैं। मोर प्राय: दक्षिणी अर्धगोला के गर्म जगहों पर पाए जाते हैं। मोर सबसे ज्यादा भारत में दिखाई देते हैं। विश्व भर में मोर तीन प्रकार के दिखाई देते हैं-कांगो मोर,भारतीय मोर और हरे मोर। मोर का उद्भव मुख्य रूप से एशिया से हुआ है,लेकिन आज ये अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया के अधिकांश भागों में पाए जाते हैं। नर मोर आकार में मादा मोर से बड़े होते हैं।
नर मोर अपने पंखों के लिए प्रसिद्ध है,इनके पंखों की लंबाई लगभग 2 मीटर से अधिक होती है। नर मोर इन पंखों का उपयोग सुरक्षा और पंखों को फैलाकर मादा को आकर्षित करने के लिए करते हैं। नर मोर जब भी किसी प्रकार की खतरे को महसूस करता है,तब वह अपने पंखों को फैलाकर अपने दुश्मनों को डराने की कोशिश करता है। मोर सर्वभक्षी होते हैं,ये कीड़े-मकोड़े,अनाज,पौधे सब कुछ खाते हैं। मोर का आहार छोटे स्तनधारी और सरीसृप प्राणियों से मिलता-जुलता है। नर को मोर कहा जाता है,जबकि मादा को मोरनी कहा जाता है। मोर मोरनी से आकार में दुगना होता है।
मोर से जुड़ी कुछ खास बातें- प्रसंग काल के समय मोर अलग-अलग 6 मोरनियों के साथ प्रसंग करता है। मोरनी लगभग 4 से 8 भूरे रंग के अंडे देती है। मोर प्राणी जगत के संघ कार्डेटा में वर्गीकृत किया गया है।इनका वैज्ञानिक नाम Pavo Cristatus है। मोर की लंबाई 86 सेंटीमीटर से लेकर 107 सेंटीमीटर के बीच होता है। अपने पंखों की चौड़ाई लगभग 120 सेंटीमीटर से लेकर 300 सेंटीमीटर के बीच होता है। मोर का वजन लगभग 2.7 किलोग्राम से लेकर 6 किलोग्राम के बीच होता है। इनका वजन लगभग 12 से 20 साल तक होता है।मोर जमीन पर 16 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ सकते हैं। मोर हमेशा अकेले रहना पसंद करते हैं।
नोट- मोर को भारत का राष्ट्रीय पक्षी के रूप में चुना गया है।
नर मोर अपने पंखों के लिए प्रसिद्ध है,इनके पंखों की लंबाई लगभग 2 मीटर से अधिक होती है। नर मोर इन पंखों का उपयोग सुरक्षा और पंखों को फैलाकर मादा को आकर्षित करने के लिए करते हैं। नर मोर जब भी किसी प्रकार की खतरे को महसूस करता है,तब वह अपने पंखों को फैलाकर अपने दुश्मनों को डराने की कोशिश करता है। मोर सर्वभक्षी होते हैं,ये कीड़े-मकोड़े,अनाज,पौधे सब कुछ खाते हैं। मोर का आहार छोटे स्तनधारी और सरीसृप प्राणियों से मिलता-जुलता है। नर को मोर कहा जाता है,जबकि मादा को मोरनी कहा जाता है। मोर मोरनी से आकार में दुगना होता है।
मोर से जुड़ी कुछ खास बातें- प्रसंग काल के समय मोर अलग-अलग 6 मोरनियों के साथ प्रसंग करता है। मोरनी लगभग 4 से 8 भूरे रंग के अंडे देती है। मोर प्राणी जगत के संघ कार्डेटा में वर्गीकृत किया गया है।इनका वैज्ञानिक नाम Pavo Cristatus है। मोर की लंबाई 86 सेंटीमीटर से लेकर 107 सेंटीमीटर के बीच होता है। अपने पंखों की चौड़ाई लगभग 120 सेंटीमीटर से लेकर 300 सेंटीमीटर के बीच होता है। मोर का वजन लगभग 2.7 किलोग्राम से लेकर 6 किलोग्राम के बीच होता है। इनका वजन लगभग 12 से 20 साल तक होता है।मोर जमीन पर 16 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ सकते हैं। मोर हमेशा अकेले रहना पसंद करते हैं।
नोट- मोर को भारत का राष्ट्रीय पक्षी के रूप में चुना गया है।
Thanks for sharing such article on Facts on peacock in Hindi
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