Proboscis Monkey जिसे हिंदी में सूंड़ वाला बंदर कहते हैं। ये बंदर मध्यम आकार के होते हैं जो बोर्नियो के वर्षा वनों में पाए जाते हैं। नर बंदर एशिया में पाए जाने वाले अन्य बंदरों से बड़े ही नहीं बल्कि अनेक बातों में भी अलग होते हैं। इनकी नाक लंबी और लचीली होती है,और बड़ा फूला हुआ पेट जो इन्हें अन्य बंदरों से अलग करती हैं।इन बंदरों को संघ कार्डेटा में समाविष्ट किया गया है। इन का वैज्ञानिक नाम Nasalis larvatus है।वर्तमान में इनकी केवल 2 प्रजातियां ही बची है, जो मुख्य रूप से बोर्नियो के जंगलों में ही पाए जाते हैं। ये बंदर कई रंगों में पाए जाते हैं, जैसे नारंगी, लाल, सफेद, ग्रे। इनका शरीर पूरी तरह बालों से ढका रहता है।इन बंदरों का आकार लगभग 53 सेंटीमीटर से लेकर 76 सेंटीमीटर के बीच होता है। इनका वजन 7 किलोग्राम से लेकर 22 किलोग्राम के बीच होता है। ये पेड़ों पर 24 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से कूद सकते हैं। ये बंदर दिनचर प्राणियों में से एक होते हैं, जो अपनी सारी गतिविधियां दिन में ही करते हैं। इन बंदरों के झुंड को ट्रूप कहा जाता है।इनका जीवन काल 15 से 20 सालों का होता है। ये 4 से 5 सालों में ही वयस्क हो जाते है। मादा बंदर का गर्भ काल 166 दिनों का होता है। इनके बच्चे मात्र 7 महीनों में ही स्वतंत्र रूप से घूमने लायक हो जाते हैं। आज इनके आवास में होने वाली कमी और मानव द्वारा इनका शिकार किए जाने से केवल 7,000 Proboscis Monkey बचे हैं।
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